रसगुल्ला रेसिपी इन हिंदी

क्या आप जानते हैं कि एक लीटर दूध से लगभग 10 पूरे रसगुल्ले बनाए जा सकते हैं? यह मिठाई पूरे भारत और दुनिया में मशहूर है। इसका स्वाद स्पंजी और जूसी होता है।

रसगुल्ला को छेना से बनाया जाता है और फिर चाशनी में उबाला जाता है। यह आमतौर पर दोपहर या रात के खाने के बाद परोसी जाती है।

रसगुल्ला रेसिपी इन हिंदी
रसगुल्ला रेसिपी इन हिंदी

मुख्य बिंदु

  • रसगुल्ला एक प्रसिद्ध बंगाली मिठाई है जो छेना से बनाई जाती है।
  • यह स्पंजी और जूसी टेक्स्चर के लिए जानी जाती है।
  • इसे दूध को फाड़कर बनाया जाता है और फिर चाशनी में उबाला जाता है।
  • यह मिठाई दोपहर या रात के खाने के बाद परोसी जाती है।
  • रसगुल्ला बनाने के लिए आमतौर पर घर में ही उपयोग होने वाली सामग्री का उपयोग किया जाता है।

बंगाली रसगुल्ला का परिचय और इतिहास

रसगुल्ला बंगाल की मिठाई परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह अपनी क्रीमी और स्पंजी बनावट के लिए जाना जाता है। इसमें दूध के प्रोटीन और कैल्शियम होते हैं, जो इसे पौष्टिक बनाते हैं।

यह एक लोकप्रिय छेना आधारित मिठाई है जो बंगाली संस्कृति का प्रतीक बन गई है।

बंगाल की मिठाई परंपरा में रसगुल्ले का महत्व

रसगुल्ला का इतिहास बहुत गहरा है। 1868 में कोलकाता स्थित नबीन चंद्र दास ने स्पंजी सफेद रसगुल्ला बनाया था।

15वीं शताब्दी के बलराम दास के ग्रंथ में मिठाई का उल्लेख “रसगोला” के रूप में किया गया था। 1906 में, पंचानन बंदोपाध्याय ने रंगघाट में हरधन मोइरा की दुकान में रसगुल्ला को लोकप्रिय बनाया था।

रसगुल्ले की विशेषताएं और पौष्टिक मूल्य

बाजार में रसगुल्ला की मांग उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब जैसे उत्तरी भारतीय राज्यों में भी बढ़ रही है। रसगुल्ला को ताजगी और मिठास के साथ बनाने के लिए उचित छैना का चयन की जाती है, जिसमें फूल क्रीम दूध या दूध की क्रीम का उपयोग कर सकते हैं।

1930 में, केसी दास ने रसगुल्ला को डिब्बाबंद कर विभिन्न देशों में निर्यात किया गया था।

बंगाली रसगुल्ला और ओडिया रसगुल्ला के बीच मासिक विक्रय दर का तुलनात्मक अध्ययन किया जा सकता है। रसगुल्ला अन्य सामग्रियों के साथ मिलकर एक पारम्परिक भारतीय मिठाई के रूप में जानी जाती है, जिसका उपयोग परिवार के खुशियों और अवसरों पर गुणवत्ता को बढ़ाता है।

वर्षरसगुल्ला का महत्वपूर्ण इतिहास
1868नबीन चंद्र दास ने कोलकाता में स्पंजी सफेद रसगुल्ला बनाया था।
1906पंचानन बंदोपाध्याय ने रंगघाट में हरधन मोइरा की दुकान में रसगुल्ला को लोकप्रिय बनाया था।
1930केसी दास ने रसगुल्ला को डिब्बाबंद कर विभिन्न देशों में निर्यात किया गया था।
2015पश्चिम बंगाल ने “बांग्लार रसगुल्ला” के लिए भौगोलिक संकेत (GI Tag) के लिए आवेदन किया था।
2017भारत की जीआई रजिस्ट्री ने पश्चिम बंगाल को बांग्लार रसगुल्ला के लिए जीआई का दर्जा दिया।
2019भारत की जीआई रजिस्ट्री ने ओडिशा को ओडिशा रसगुल्ला के लिए जीआई का दर्जा दिया।

रसगुल्ला रेसिपी इन हिंदी

रसगुल्ला बनाना बहुत आसान है। यह बंगाली मिठाई में फुल क्रीम दूध, नींबू का रस, चीनी और इलायची शामिल हैं।

इस रेसिपी में दूध को फाड़कर छेना बनाना होता है। फिर छेना को मसलकर गोले बनाए जाते हैं। अंत में, ये गोले चाशनी में पकाए जाते हैं।

होममेड रसगुल्ला रेसिपी में कुछ महत्वपूर्ण चरण हैं:

  1. फुल क्रीम दूध को गर्म करके और नींबू के रस डालकर छेना बनाना।
  2. छेना को मसलकर गोल गोल बड़े आकार के लिए आकार देना।
  3. चीनी और पानी से गाढ़ी चाशनी बनाना।
  4. रसगुल्ले को चाशनी में डालकर धीमी आंच पर 30 मिनट तक पकाना।
  5. पकते समय रसगुल्ले को चाशनी में डुबोकर रखना ताकि वे गोले और चमकदार बन जाएं।

इस तरह बनी होममेड रसगुल्ला रेसिपी बहुत स्वादिष्ट होती है। इसे ठंडा करके सर्व किया जा सकता है।

रसगुल्ला रेसिपी इन हिंदी
रसगुल्ला रेसिपी इन हिंदी
विवरणमात्रा
तैयारी का समय20 मिनट
पकाने का समय30 मिनट
पॉर्शन साइज6 लोग (13 रसगुल्ले)
मुख्य सामग्री की मात्रा1 लीटर फुल क्रीम दूध, 2 टेबलस्पून नींबू का रस, 1.5 कप चीनी, 4 कप पानी

आवश्यक सामग्री और उपकरण

रसगुल्ला बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीजें चाहिए। इसमें गाय का दूध, चीनी और नींबू का रस शामिल हैं।

इसके अलावा, आपको बड़ी कढ़ाई, छन्नी, मलमल का कपड़ा और चम्मच की जरूरत होगी।

मुख्य सामग्री की मात्रा और विकल्प

रसगुल्ला बनाने के लिए 2 लीटर दूध, 2 टेबल स्पून नींबू का रस, 1 कप चीनी, 5 कप पानी और 3 इलायची चाहिए।

यदि आप नींबू के रस का उपयोग नहीं करना चाहते हैं, तो दही या सिरका का उपयोग करें।

जरूरी बर्तन और उपकरण

रसगुल्ला बनाने के लिए बड़ी कढ़ाई, छन्नी, मलमल का कपड़ा और चम्मच की जरूरत होगी।

रसगुल्ला रेसिपी इन हिंदी
रसगुल्ला रेसिपी इन हिंदी

इन सामग्रियों और उपकरणों के साथ, आप घर पर स्वादिष्ट रसगुल्ले बना सकते हैं।

सही मात्रा और गुणवत्ता वाली सामग्रियों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।

छेना तैयार करने की विधि

छेना बनाने का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है दूध को सही तरह से फटकारना। दूध को उबालने और उसमें नींबू का रस डालने से छेना अलग हो जाता है।

छेना बनाने की प्रक्रिया में यह ध्यान रखना जरूरी है कि सिरका और पानी का अनुपात 1:3 होना चाहिए। इससे दूध अच्छे से फटता है और छेना ठीक से तैयार हो जाता है।

  1. सबसे पहले दो लीटर दूध को उबालें।
  2. उबलते दूध में तीन चम्मच नींबू का रस डालकर हिलाते रहें।
  3. दूध में से पानी अलग होने लगेगा और छेना अलग हो जाएगा।
  4. छेना को मलमल के कपड़े की छन्नी में छान लें।
  5. छेना को ठंडे पानी से धोकर खट्टापन दूर कर दें।
  6. छेना को एक घंटे के लिए लटका दें ताकि अतिरिक्त पानी निकल जाए।

इस प्रकार आप छेना बनाने का तरीका अच्छी तरह से सीख लेंगे। इस दूध से छेना बनाने की प्रक्रिया को अच्छी तरह से अपनाकर आप रसगुल्ला जैसी लजीज मिठाई बना सकते हैं।

रसगुल्ले की चाशनी बनाने का तरीका

रसगुल्ले का स्वाद और गाढ़ापन चाशनी में होता है। यहाँ सीखेंगे कि मीठी चाशनी कैसे बनाई जाती है।

चाशनी की सही गाढ़ापन

चाशनी बनाने के लिए, 1 कप चीनी और 5 कप पानी मिलाएं। इसमें 3 इलायची डालें और 5 मिनट पकाएं। चाशनी को गाढ़ा होने तक पकाएं।

स्वाद के लिए विशेष जायके

चाशनी को स्वादिष्ट बनाने के लिए, गुलाब जल या केसर का उपयोग करें। ये जायके चाशनी को विशेष स्वाद देते हैं।

इन चरणों का पालन करें और स्वादिष्ट रसगुल्ले की चाशनी बनाएं। अब आप चाशनी बनाना सीख गए हैं। अपने रसगुल्ले को और भी स्वादिष्ट बनाएं।

रसगुल्ले को आकार देने और पकाने की प्रक्रिया

रसगुल्ले बनाना बहुत आसान है। सबसे पहले, मैंने छेना को मसलकर चिकना किया। फिर, छोटे-छोटे गोले बनाए गए।

इन गोलों को चाशनी में डालकर 10 मिनट तक पकाया। रसगुल्ले पकने के साथ, वे दोगुना हो गए। पक जाने के बाद, उन्हें बर्फ के पानी में डालकर ठंडा किया।

अंत में, रसगुल्लों को सर्विंग बाउल में डालकर परोसा। मुझे लगता है कि यह तरीका घर पर आसानी से किया जा सकता है। रसगुल्ले बनाने की यह विधि स्वादिष्ट है।

इस प्रक्रिया में, मैंने कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा। छेना को ठीक से मसलना, गोलों को चाशनी में डालना और सही समय तक पकाना। इन चरणों को पूरा करके, मैंने सुपर सॉफ्ट रसगुल्ले बनाए।

FAQ

रसगुल्ला क्या है?

रसगुल्ला एक प्रसिद्ध बंगाली मिठाई है। यह छेना से बनती है। इसका स्वाद स्पंजी और जूसी होता है।

रसगुल्ला की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताएं क्या हैं?

रसगुल्ला क्रीमी और स्पंजी होती है। इसमें दूध के प्रोटीन और कैल्शियम होते हैं। यह पौष्टिक होती है।

रसगुल्ला बनाने के लिए मुख्य सामग्री क्या है?

रसगुल्ला बनाने के लिए फुल क्रीम दूध, नींबू का रस, चीनी और इलायची की जरूरत होती है।

रसगुल्ला बनाने की प्रक्रिया क्या है?

रसगुल्ला बनाने के लिए दूध को फाड़कर छेना बनाया जाता है। छेना को मसलकर गोले बनाए जाते हैं। फिर चाशनी में पकाया जाता है।

रसगुल्ला बनाने के लिए कौन से उपकरण चाहिए?

रसगुल्ला बनाने के लिए बड़ी कढ़ाई, छन्नी, मलमल का कपड़ा और चम्मच की जरूरत होती है।

रसगुल्ला की चाशनी कैसे बनाई जाती है?

चाशनी बनाने के लिए चीनी और पानी को मिलाकर उबाला जाता है। इसमें इलायची डाली जाती है। गुलाब जल या केसर स्वाद बढ़ाते हैं।

रसगुल्लों को कैसे पकाया जाता है?

छेना को मसलकर चिकना बनाया जाता है। फिर छोटे-छोटे गोले बनाए जाते हैं। गोलों को चाशनी में 10 मिनट तक पकाया जाता है।

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